इलाज़ के नाम पर लख लूट ज़ारी है। इलाज़ के नाम पर लख लूट ज़ारी है।
दम घुटने साँस ले पाने की जद्दोजहद से गुजरता रहा दम घुटने साँस ले पाने की जद्दोजहद से गुजरता रहा
कोरोना की इस महामारी में, जहाँ भयंकर वायरस में बचता रहा मैं। कोरोना की इस महामारी में, जहाँ भयंकर वायरस में बचता रहा मैं।
सब चलें अपने कर्तव्य पथ पर ऐसी कविताएं करता रहूंगा। सब चलें अपने कर्तव्य पथ पर ऐसी कविताएं करता रहूंगा।
क्या खता हुई है ऐ प्रकृति, सारी रौनक चली गयी। क्या खता हुई है ऐ प्रकृति, सारी रौनक चली गयी।
कोरोना नाम की महामारी है सब पर संकट भारी। कोरोना नाम की महामारी है सब पर संकट भारी।